संपत्ति के मालिक ने संदिग्धों को अपनी जगह किराए पर देने से पहले पुलिस सत्यापन नहीं किया।
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली के पुरानी सीमापुरी में एक बैग के अंदर से 3 किलो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद किया। बाद में विस्फोटक सामग्री को निष्क्रिय कर दिया गया, जबकि घर के मालिक और एक संपत्ति डीलर से पुलिस पूछताछ कर रही थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक संदिग्धों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्से में एक मकान किराए पर लिया था। और संपत्ति के मालिक ने संदिग्धों को अपनी जगह किराए पर देने से पहले पुलिस सत्यापन नहीं किया।
अपार्टमेंट का मालिक कासिम नाम का एक ठेकेदार है। उसने शकील नाम के एक प्रापर्टी डीलर के माध्यम से इमारत की दूसरी मंजिल पर अपार्टमेंट किराए पर लिया था। इसे एक व्यक्ति ने ले लिया, लेकिन 10 दिन पहले तीन और आदमी वहां चले गए। पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही सभी भाग गए।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कई दर्जन संदिग्ध फोन कॉल्स को इंटरसेप्ट किया था, जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे।
स्पेशल सेल ने संदिग्धों की पहचान की है और उनकी तस्वीरें भी हासिल की हैं। ये लोग कहां के हैं, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस को संदेह है कि वे स्लीपर सेल का हिस्सा हो सकते हैं या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकते हैं।
पिछले महीने गणतंत्र दिवस से पहले गाजीपुर फूल बाजार से बरामद विस्फोटक के समान होने के कारण पुलिस का मानना है कि ये दोनों मामले एक ही व्यक्ति से जुड़े हो सकते हैं।
यह मामला 29 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में कार पार्किंग में हुए भीषण बम विस्फोट से संबंधित होने का भी संदेह है। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीम ने गाजीपुर मामले में मिले कार बम गणित से आईईडी बरामद किया था। सीमापुरी में गुरुवार को मिले आईईडी को इसी सिलसिले में जोड़ा जा सकता है।
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